गोरा और काला
गोरा और काला | |
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गोरा और काला का पोस्टर | |
निर्देशक | नरेश कुमार |
निर्माता | राज कुमार कोहली[1] |
अभिनेता |
राजेन्द्र कुमार, हेमामालिनी, रेखा |
संगीतकार | लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल |
प्रदर्शन तिथियाँ |
22 दिसंबर, 1972 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
गोरा और काला 1972 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। यह राज कुमार कोहली द्वारा निर्मित और नरेश कुमार द्वारा निर्देशित है। इसमें राजेन्द्र कुमार, हेमामालिनी, रेखा, प्रेमनाथ, प्रेम चोपड़ा, मदन पुरी और जगदीप दोहरी भूमिका में हैं। फिल्म का संगीत लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल का है। यह फिल्म 1971 की तमिल फिल्म नीरुम नेरुप्पम की रीमेक है।
संक्षेप
[संपादित करें]भारत में एक सूदूर राज्य का सम्राट बहुत खुश होता है जब उसकी पत्नी जुड़वां बेटों को जन्म देती है। इससे पहले कि वह खुलकर अपनी खुशी की घोषणा कर पाता, ज़ोरावर (मदन पुरी) और शमशेर (प्रेम चोपड़ा) ने महल पर कब्ज़ा कर लिया। वह उसके दुश्मन होते हैं और उसे तुरंत मार डालते हैं। उसके वफादार कर्मचारी, पृथ्वी (प्रेमनाथ) और दिलावर बच्चों के साथ भाग जाते हैं। एक बेटा रक्त विकार का शिकार हो जाता है, जिससे उसकी त्वचा का रंग ख़राब हो जाता है। उसका बायाँ हाथ भ्ही लकवाग्रस्त हो जाता है और उसे एक डाकू के पास छोड़ दिया जाता है। दूसरे पुत्र का पालन-पोषण सेना प्रमुख पृथ्वी सिंह ने किया है जबकि साम्राज्ञी स्वयं बंदी हैं।
वर्षों बाद, बेटे (राजेन्द्र कुमार) बड़े हो गए हैं। डकैतों वाले बेटे को काली सिंह कहा जाता है, जबकि दूसरे को करण कहा जाता है। जुड़वाँ बच्चों को एक-दूसरे के अस्तित्व के बारे में पता चलता है। वे फिर से मिलते हैं और अपनी माँ को मुक्त कराते हैं। लेकिन एक चीज़ है जो जुड़वा भाइयों के बीच दरार पैदा करती है। वो दरार की वजह खूबसूरत राजकुमारी अनुराधा (हेमामालिनी) है। दोनों भाई उससे प्यार करते हैं और उससे शादी करना चाहते हैं। लेकिन इससे पहले कि वह उन्हें अपनी पसंद के बारे में बता पाती, शमशेर सिंह ने उसका अपहरण कर लिया। वह अब नए शासक के रूप में पदभार संभालाता है। भाइयों को अब शमशेर से लड़ना होगा और फिर फैसला करना होगा कि कौन अनुराधा से शादी करेगा।
मुख्य कलाकार
[संपादित करें]- राजेन्द्र कुमार — करण सिंह / काली सिंह (कलुआ)
- हेमामालिनी — राजकुमारी अनुराधा सिंह
- रेखा — फूलवती
- प्रेमनाथ — पृथ्वी सिंह
- प्रेम चोपड़ा — शमशेर सिंह
- जगदीप — मुन्ना सिंह / चुन्नी सिंह
- मदन पुरी — राजा ज़ोरावर सिंह
- सुलोचना लाटकर — महारानी
- कमल कपूर — दिलावर सिंह
- राम मोहन — हरिया
- राजन हक्सर - रणधीर सिंह
संगीत
[संपादित करें]सभी गीत आनन्द बक्शी द्वारा लिखित; सारा संगीत लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1. | "तेरे नैन नशे दे प्याले" | मोहम्मद रफ़ी | 5:14 |
2. | "तू मेरे सपनों की रानी बनेगी" | मोहम्मद रफ़ी | 5:42 |
3. | "एक तो मेरा मस्ताना शबाब" | लता मंगेशकर | 4:56 |
4. | "पर्दा रुख-ए-रोशन से हटाना" | लता मंगेशकर | 4:33 |
5. | "धूम मच गई धूम" | उषा मंगेशकर, मोहम्मद रफ़ी | 6:26 |
6. | "धीरे धीरे बोल कोई सुन ना ले" | मुकेश, लता मंगेशकर | 4:58 |
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ स्टाफ, द वायर (25 नवम्बर 2023). "नागिन और जानी दुश्मन जैसी फिल्मों के निर्माता-निर्देशक राजकुमार कोहली का निधन". द वायर. अभिगमन तिथि 29 मार्च 2024.
बाहरी कड़ियाँ
[संपादित करें]Text is available under the CC BY-SA 4.0 license; additional terms may apply.
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